मधेपुरा:पैसे की लालच में एम्बुलेंस चालक ने ले लिया मरीज की जान
जानकारी देते हुए मृतक के पुत्र विजय कुमार ने बताया कि पिताजी का हालत खराब हुआ तो पहले फारबिसगंज के अस्पताल में इलाज करवाया. वहां से चिकित्सकों के रेफर कर दिए जाने के बाद उन्हें जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था किया. एम्बुलेंस चालक ने गाड़ी में दो ऑक्सीजन सिलेंडर दिखाकर कहा कि पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है. मेडिकल कॉलेज तक पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि दोनो सिलेंडर करीब आधा आधा खाली ही था. जो मेडिकल कॉलेज पहुंचने से बहुत पहले खाली हो गया और मेरे पिता जी तड़प- तड़प के मर गए.
व्यथित मृतक के इकलौते पुत्र ने बताया कि पिताजी ने बड़े त्याग से पढ़ाया था. दारोगा मेंस क्लियर हो गया था. बीपीएससी के रिजल्ट का इंतजार था. उससे पहले जाहिलों के हाथ पिता जी की मौत हो गयी. विजय बताते है कि पिताजी मेरे पढ़ाई और सुख सुविधा के लिए अपने जीवन मे कोई सुख नही भोग पाए. लेकिन जब मेरे द्वारा उनको सुख पहुंचाने का समय आया तो उनको मानव रूपी गिद्ध ने उसे मार दिया.
*संवाददाता: देवाशीष यादव
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