शिक्षक नियोजन: सातवें चरण के लिए विज्ञापन की मांग, दिसंबर-जनवरी सीटीईटी पास अभ्यर्थियों ने कही ये बात, कटिहार-किशनगंज समेत लगभग सभी जिलों से उठी आवाज
लंबे समय बाद जहां बिहार में छठे चरण की नियोजन प्रक्रिया में शिक्षा विभाग द्वारा कोर्ट पहुंचे मामले को सुलझाने के बाद काउंसिलिंग का एक कदम बढ़ाया गया है। वहीं, इस नियोजन प्रक्रिया से वंचित रह गए अभ्यर्थियों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपनी मांगें सरकार के समक्ष रखी हैं। वे लगातार शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव संजय कुमार और प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह को मेंशन करते हुए ट्वीट कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि हाल ही में एसटीईटी 2019 का पूरा रिजल्ट जारी हुआ है। शिक्षा मंत्री ने जब 12 मार्च 2021 को रिजल्ट जारी किया था, तब उन्होंने कहा था कि अब अभ्यर्थी सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया के लिए आहर्ता रखते हैं। उनके इसी स्टेटमेंट पर पास हुए अभ्यर्थी विज्ञापन निकालने की बात कर रहे हैं। दूसरी ओर दिसंबर-जनवरी सीटीईटी पास अभ्यर्थी जो छठवें चरण के लिए पात्र नहीं हुए। वे भी सातवें चरण के लिए विज्ञापन की मांग कर रहे हैं।
इन्हीं में से एक शिक्षक अभ्यर्थी ने बताया कि शिक्षा मंत्री, प्राथमिक के निदेशक प्रधान सचिव यहां तक कि सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में भी स्टूडेंट गए थे, तो सभी जगह से आश्वासन दिया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब छठे चरण की प्रक्रिया पूरी होने में इतनी देरी हुई है, तो सातवें चरण में हो न हो कई कानूनी दांव पेंच फिर फंसेंगे। इसलिए विभाग यदि अभी से विज्ञापन जारी करता है तो सहूलियत होगी। कोरोना काल में आर्थिक स्थिति से कमजोर हो चले हैं। अब जहां स्कूल कॉलेज फिर से खुल रहे हैं, तो ऐसे में हम भी रोजगार की दिशा में मांग करते हैं।
शिक्षक अभ्यर्थियों में आसिफ अली, सजेदा खातून, राहुल, रवि, कुमुद कांत, आयशा खातून, रवि रंजन, अर्चना कुमारी, दिव्या प्रकाश समेत सीटीईटी पास अभ्यर्थी संघ से जुड़े हजारों अभ्यथियों ने मांग की है।
देखना होगा कि शिक्षा विभाग कब तक सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी करता है। गौरतलब हो कि बिहार में शिक्षकों के लगभग 3 लाख 15 हजार 778 पद खाली हैं। इनमें से छठवें चरण के नियोजन प्रक्रिया के तहत 1.25 लाख प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया जारी है।
Comments
Post a Comment