एक दिवसीय ट्रेनिंग कैप्सूल के अंतर्गत आपदा प्रबंधन (डिजास्टर मैनेंजमेंट) का प्रशिक्षण, टीम उड़ान के द्वारा दिया गया, जिसमें गैस सिलेंडर में लगी आग बुझाने के उपाय बताए गए, बाढ़ से बचाव हेतु एन.सी.सी. कैडैट कैसे प्रशासनिक मदद कर सकता है? इसके बारे में भी बताया एवं विभिन्न तरह के आपदाओं से बचने हेतु प्रशिक्षण भी दिया गया, इसके साथ-ही कैंप में रनिंग प्रतियोगिता एवं विभिन्न प्रकार के गेम का आयोजन करवाया गया, कैंप कमान अधिकारी ले. कर्नल पी.के. चौधरी इस प्रतियोगिता एवं खेलकूद के उद्देश्य के बारे बताया कि इस प्रकार के गतिविधियों से कैडेटों को अपने आत्मसम्मान, सामाजिक कौशल और आत्मविश्वास को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. यह उन्हें समय प्रबंधन और अनुशासन के बारे में भी सिखाता है. इसके अलावा, इसे करियर पथ या शौक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा, यह कैडेटों को तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है.
साथ-ही-साथ उन्होनें कहा कि प्रतियोगिताओं का लक्ष्य प्रतिभाओं को प्रोत्साहन होता है. खेल प्रतियोगिता सिर्फ विजय या पराजित तक सीमित नहीं होनी चाहिए. खेलना ही प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए। परिणाम के बाद कैडेट अपनी हार-जीत का विष्लेषण कर स्वयं को निखार सकते हैं. व्यापन ट्रेनिंग में कैडेटों को विभिन्न प्रकार के फायरिंग पोजीषन में बंदूक चलाना और फायर करने का अभ्यास करवाया गया. मौके पर डिप्टी कैंप कमांडर गौतम कुमार, ले. गुड्डु कुमार, ले. डॉ. शुभाषिश दास, सेना मेडल सुबेदार मेजर मो. रकीब, बीएचम मोहन लाल लाम्बा, सेकेंड ऑफिसर राजेश कुमार, थर्ड ऑफिसर दीपक कुमार, सुबेदार गुरबेज सिंह, यूडीसी कौशलेन्द्र कुमार आदि.
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