मुरोह पंचायत में पुनः चुनाव करवाने को लेकर सड़क पर उतरे ग्रामीण
मधेपुरा: प्रखंड अंतर्गत मुरहो पंचायत में पुनः मुखिया पद पर चुनाव करवाने को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर नारेबाजी की. 29 सितंबर को दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों के लिए मुरहो पंचायत में भी चुनाव संपन्न हुआ था. जिसके बाद 1 सितंबर को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय परिसर में मतगणन संपन्न हुआ. जहां मुरहो पंचायत के सभी पदों का परिणाम घोषित कर दिया गया था लेकिन मुखिया पद का परिणाम घोषित नहीं किया गया था.
बता दें कि मुरहो पंचायत वार्ड नंबर 5 स्थित बूथ संख्या 212 के इलेक्ट्रॉनिक्स वोटिंग मशीन (EVM) में खराबी आने के कारण मुरहो पंचायत में हुए मुखिया पद का डाटा डिलीट हो गया था. जिसके बाद जिला पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव आयोग को उक्त बूथ संख्या पर मुखिया पद के लिए चुनाव करवाने को लेकर पत्र लिखकर पुनः चुनाव करवाने की मांग की. चुनाव आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बूथ संख्या 212 पर 4 अक्टूबर 2021 को पुनः केवल मुखिया पद के लिए मतदान करवाने को लेकर आदेश दिया.
बता दें कि मुरहो पंचायत वार्ड नंबर 5 स्थित बूथ संख्या 212 के इलेक्ट्रॉनिक्स वोटिंग मशीन (EVM) में खराबी आने के कारण मुरहो पंचायत में हुए मुखिया पद का डाटा डिलीट हो गया था. जिसके बाद जिला पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव आयोग को उक्त बूथ संख्या पर मुखिया पद के लिए चुनाव करवाने को लेकर पत्र लिखकर पुनः चुनाव करवाने की मांग की. चुनाव आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बूथ संख्या 212 पर 4 अक्टूबर 2021 को पुनः केवल मुखिया पद के लिए मतदान करवाने को लेकर आदेश दिया.
इस फैसले से नाराज होकर ग्रामीणों ने सड़क पर उतर कर जिला प्रशासन सहित चुनाव आयोग के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों का मांग है कि या तो डिलीट हुए ईबीएम मशीन से डाटा को एक्सपर्ट बुलाकर रिकवर कर उसकी ही गिनती करवाई जाए, या पूरे पंचायत में मुखिया पद के लिए पुनः चुनाव करवाया जाए. ग्रामीणों का आरोप है कि बीडीओ और सीओ के मिलीभगत से उक्त ईवीएम में छेड़छाड़ की गई और ईवीएम का डाटा डिलीट कर दिया गया.
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